करवाचौथ का त्योहार हर विवाहित महिला के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है. जिसका पूरे सालभर वो बेसब्री से इंतज़ार करती है.
करवाचौथ के खास मौके पर हर पत्नि अपने पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए उनके लिए व्रत रखती हैं.
ये त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. इस साल करवाचौथ 31 अक्टूबर की रात 9:30 बजे से शुरू होकर अगले दिन 1 नवंबर तक रहेगा.
सभी सुहागिनों के शादीशुदा होने के प्रतीक का विशेष रंग लाल माना जाता है. लेकिन कुछ ऐसे रंग है जिन्हें करवाचौथ के दौरान बिल्कुल नहीं पहनना चाहिए.
शादीशुदा महिलाओं को काला रंग नहीं पहनना चाहिए. खासतौर से करवाचौथ के दिन तो बिल्कुल नहीं. इस रंग को अशुभ माना गया है.
हिंदु शास्त्रों में सुहागिनों के लिए सफेद रंग पहनना अति अशुभ माना गया है. सफेद रंग विदवा महिलाएं धारण करती है.
इस दिन भूरा रंग भी काफी अशुभ माना गया है. ये रंग उदासी का प्रतीक माना गया है.
ऐसे में सुहागिनों के लिए लाल, मैरुन और हरि रंग की साड़ी पहनना बेहद शुभ माना गया है.