हिंदु धर्म में भगवान की सुबह-शाम नियमित रूप से पूजा करने का और उन्हें भोग लगाने का विधान है.

साथ ही, हिंदु शास्त्रों में भगवान की पूजा के कुछ नियम बताए गए है. जिन्हें ध्यान में रखना काफी जरूरी है.

सुबह-शाम की नियमित पूजा के बाद देवी-देवताओं को भोग लगाने की मान्यताएं है.

अक्सर लोगों को भगवान को भोग लगाने के नियम के बारे में नहीं पता होता.

जिसके चलते वे भोग लगाने में कुछ ऐसी गलतियाँ कर देते है. जिसका पूर्ण फल नहीं मिलता.

आइए जानते है इस पर मशहूर कथावाचक जया किशोरी जी का क्या कहना है.

उनका कहना है कि भगवान को भोग लगाते ही उनके स्थान से तुरंत भोग हटाकर ग्रहण नहीं करना चाहिए.

भगवान को भोग लगाने के बाद उनके सामने थोड़ी देर बैठना चाहिए.

भोग लगाने के उपरांत मंदिर के कपाट बंद कर देने चाहिए. या फिर पर्दा गिरा देना चाहिए.

भोग की थाली को मंदिर से कुछ देर बाद उठाए. इसके तत्पश्चात उस भोग को प्रसाद के रूप में खुद ग्रहण करें.