नीतिशास्त्र के जनक कहे जाने वाले आचार्य चाणक्य काफी सुविज्ञ और ज्ञानी भारतीय थें.
इन्होंने चाणक्य नीति ग्रंथ के ज़रिए मनुष्य के जीवन जीने के कई पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया है.
आज भी लोग अच्छा जीवन बिताने के लिए आचार्य चाणक्य की नीतियों और शिक्षाओं को अपनाते हैं.
आज भी लोग अच्छा जीवन बिताने के लिए आचार्य चाणक्य की नीतियों और शिक्षाओं को अपनाते हैं.
अपनी उन्हीं नीतियों में चाणक्य ने इस बात का भी ज़िक्र कर रखा है कि किन प्राणियों को उनकी नींद से नहीं उठाना चाहिए.
राजा को उसकी नींद से नहीं उठाना चाहिए. क्योंकि वे क्रोध में आकर किसी भी तरह की सज़ा सुना सकता है.
सोते हुए शेर को उसकी नींद से जगाने के कारण वे आप पर जानलेवा हमला कर सकता है.
सांप को सोते हुए नहीं छेड़ना चाहिए. क्योंकि वे आपको डस भी सकता है.
कुत्ते को भी नींद से उठाना घातक हो सकता है. क्योंकि क्रोध में आकर वो काट सकता है.
छोटे बच्चा को भी उसकी कच्ची नींद से नहीं जगाना चाहिए. वरना वो उठकर ज़ोर से रोने लगता है.