अक्सर बड़े-बुज़ुर्गों के द्वारा ये कहा जाता है कि कांच का टूटना शुभ नहीं है.

इसका टूटना भविष्य में होने वाली किसी घटना का संकेत है.

ऐसे में शकुन शास्त्र इसको लेकर क्या कहता है. क्या वाकई में कांच का टूटना अशुभ होता है? आइए जानें.

कांच एक तरह से इंसान के लिए दर्पण का कार्य करता है. जो इंसान की छवि दिखाता है.

अक्सर कांच के टूट जाने से हम लोग घबराने लगते हैं कि आखिर अब क्या अनहोनी होने वाली है.

इसको लेकर शकुन शास्त्र का कहना है कि किसी भी कांच या शीशे के अचानक से टूट जाने पर घबराना नहीं चाहिए.

कांच-शीशे का अचानक टूटना किसी मंडराती हुई बला के टल जाने का संकेत होता है.

यानी की जो दुविधा आपके सर पर मंडरा रही थी. कांच के टूटने से वो दूर हो गई.

लेकिन आप वही टूटा हुआ कांच या शीशा घर में रखते है तो ये अशुभ हो सकता है.

क्योंकि जिस मुसीबत को समाप्त करने के लिए वो कांच टूटा था. उसे घर में रखने से वो मुसीबत वापिस जन्म ले सकती है.

ऐसे में इस बात का ध्यान रहें कि कांच के टूटने पर उसे घर से बाहर कहीं फेंक दें और उसे प्रयोग में न लाएं.