हिंदु शास्त्र काफी कुछ बातों के बारे में बताता है. जिसमें से एक है “सामुद्रिक शास्त्र”.

सामुद्रिक शास्त्र बताता है कि इंसान के शरीर के अलग-अलग अंग पर तिल होने का अलग अर्थ है.

किसी अंग पर तिल बेहद शुभ माना जाता है, तो किसी अंग पर तिल होना अशुभता का संकेत देता है.

सामुद्रिक शास्त्र का कहना है कि व्यक्ति के दाएं गाल पर तिल होना शुभता का प्रतीक है. ऐसे लोगों को काफी भाग्यशाली माना गया है.

ये शास्त्र कहता है कि दाएं गाल पर तिल वाले व्यक्ति की जेब पैसों से भरी रहती है.

जबकि बाएं गाल पर तिल होना अच्छा संकेत नहीं है. इसका अर्थ है कि उस मनुष्य की हमेशा जेब खाली रहेगी.

माथे पर तिल वाला व्यक्ति भी भाग्यशाली होता है. उसके पास कभी धन की कमी नहीं होगी.

किसी व्यक्ति के हथेली का तिल उसकी सफलता की ओर इशारा करता है.