हिंदू समाज में सबसे पवित्र रिश्ता एक माँ का उसके बच्चे के साथ माना जाता है. माँ अपने बच्चे के लिए कुछ भी कर सकती है.
हिंदू समाज में सबसे पवित्र रिश्ता एक माँ का उसके बच्चे के साथ माना जाता है. माँ अपने बच्चे के लिए कुछ भी कर सकती है.
इस बार अहोई अष्टमी का व्रत 05 नवंबर को रखा जाएगा. इस दौरान कई ऐसी खास बातें हैं, जो हर वर्ती को ध्यान रखनी चाहिए. नहीं तो बुरे परिणाम झेलने पड़ते है.
1.धातु के बर्तन से ही अहोई अष्टमी के दिन चंद्रमा और तारा को अर्घ्य देना चाहिए. तांबे के बर्तन का इस्तेमाल कतई नहीं करना चाहिए.
2.अक्सर पूरा दिन काम से थकहार के महिलाएं दोपहर में थोड़ा आराम के लिए सो जाती हैं.
लेकिन इस दिन वर्ती महिलाओं को बिल्कुल नहीं सोना चाहिए. क्योंकि ये अशुभ माना जाता है.
3.इस दिन मिट्टी को हाथ लगाने की भी मनाही होती है. ये बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इसलिए इस दिन मिट्टी से जुड़ा कोई कार्य न करें.
4.अहोई अष्टमी के दिन चाकू, सुई, कील जैसी दरार वाली या नुकीली चीज़ों को इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
4.अहोई अष्टमी के दिन चाकू, सुई, कील जैसी दरार वाली या नुकीली चीज़ों को इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.