पूरे भारत भर में नवरात्रि की धूम है. नवरात्रि यानी नौ दिन. इन नौ दिनों के समय में माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों को पूजा जाता है.

मां दुर्गा के ये नौ रूप मन को मोह लेने वाले है. माता उदार होने के साथ शत्रुओं और नकारात्मक शक्तियों का विनाश करने वाली है. इसलिए इन्हें नारी शक्ति का प्रतीक माना जाता है.

नवरात्रि के नौ दिनों में सबसे खास दुर्गाअष्टमी का दिन माना गया है. जो इस बार 22 अक्टूबर को है.

अष्टमी का दिन पवित्रता और शांति का प्रतीक माँ महागौरी को समर्पित है. यानी नवदुर्गा की आंठवी शक्ति महागौरी हैं.

महाअष्टमी के दिन अधिकतर लोग कन्या पूजन करते हैं. कन्याएं स्वयं देवी दुर्गा का रूप होती हैं.

इसलिए सालों से अष्टमी और नवमी को कंजकों को भोग लगाने की परंपरा चली आ रही है.

ज्योतिष के मुताबिक, दुर्गाष्टमी के दिन घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक लगाकर उसकी पूजा करना शुभ माना गया है.

इसके अलावा दुर्गाष्टमी के शुभ अवसर पर चाँदी का सामान लाना शुभ होता है. ये आर्थिक लाभ का कारण बन सकता है.

इस दिन घर में मिट्टी से बना घर लाकर रखने से संपत्ति में बढ़ोतरी हो सकती है.