आचार्य चाणक्य के मुताबिक, मनुष्य को अपने जीवन में सफलता चाहिए, तो उसे शेर से सीख लेने की जरूरत है.

उनका कहना है कि जिस तरह से शेर अपने लक्ष्य की तरफ लगनशील रहता है.

यानी शेर का पूरा ध्यान उसके लक्ष्य की तरफ होता है. जब तक उसका लक्ष्य हासिल नही हो जाता.

वे पूरी लगन के साथ उसे हासिल करने में जुटा रहता है.

उसी तरह से इंसान को भी अपने लक्ष्य की ओर एकाग्र होना चाहिए.

अपने मोटिव की तरफ फोकस्ड होने से इंसान आसानी से उसे हासिल कर सकता है.

शेर अपने मकसद को इसलिए ही हासिल कर पाता है क्योंकि वो अपने मंजिल तक पहुंचने के लिए पूरी शिद्दत से मेहनत करता है.

इसलिए मनुष्य को भी अपने पूरे दिलोजान से मेहनत करनी चाहिए. ताकि उसे कभी नाकामयाबी का सामना न करना पड़े.