घर की हर दिशा का अपना अलग महत्व है. उनके अपने मायने है. किस दिशा में कौन चीज रखनी है, वास्तु शास्त्र में इन बातों का ज़िक्र किया गया है. अगर किसी गलत दिशा में कोई ऐसी चीज रखी जाए, जिससे नकारात्मकता फैलती है, तो इससे वास्तु दोष लगने का भी खतरा बना रहता है. कुछ दिशाएं ऐसी होती है जो घर के किसी सदस्य के लिए शुभ नहीं होती. तो वहीं कुछ दिशा ऐसी भी होती है, जो सदस्य के बिगड़ते काम को भी सवार देती है. ऐसे में ईशान कोण वाली दिशा का क्या महत्व है? ये शुभ है या अशुभ? आइए जानते है..

ईशाण कोण यानी कि उत्तर-पूर्वी दिशा. घर के नोर्थ-ईस्ट कॉर्नर में मिट्टी की चीजें रखने से इस दिशा से जुड़े वास्तु दोष दूर होते हैं. साथ ही, घर की स्थिति अच्छी होती हैं. इसके अलावा इस दिशा में मिट्टी से बनी चीजों को रखने से सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलता है. मनुष्य भी तरक्की की राह पर होता है.
मिट्टी की चीजों को ईशाण कोण वाली दिशा में रखने से सबसे ज्यादा फायदा घर के छोटे बच्चे को होता है. अगर सेहत के बारे में बात की जाए, तो इससे हाथों को सबसे ज्यादा फायदा होता है. हाथ इससे मजबूत बने रहते है. यानी कि लाज़मी है हाथों से की गई किसी भी तरह की मेहनत अच्छे से पूरी होती है.