घर में जैसे ही नकारात्मक प्रभाव बढ़ता है, उसके साथ ही पूरे घर में चारों ओर तनावपूर्ण वातावरण फैल जाता है. कभी परिवार आर्थिक तंगी या किसी काम में असफलता से जूझता है, तो कभी बिमारियों से घिरा रहता है. कभी घर में कलेश, तो कभी छोटे-छोटे मुद्दों पर लड़ाई-झगड़ें के कारण घर की सुख-शांति खत्म हो जाती है. ऐसे में फेंगुशई के कुछ उपाय ऐसे है जिन्हें करने से घर की नेगेटिविटी को दूर किया जा सकता है. साथ ही, ऐसी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है. चलिए जानते है फेंगुशई के उन उपायों के बारे में.

कमरें के फर्नीचर की दिशा-
कहा जाता है कि दरवाजे से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है. इसलिए कमरें के अंदर फर्नीचर उस जगह रखना चाहिए, जहाँ से दरवाजे तक सीधी नज़र जाए. यानी दरवाज़े को देखने में दिक्कत न हो. अगर ऐसा होता है, तो व्यक्ति को कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है.
ईविल आई-
कहा जाता है कि किसी की बुरी नज़र इतनी बुरी होती है कि उसके चलते मनुष्य की ज़िंदगी में कई तरह की बाधाएं आती है. कुछ लोगों की संगत काफी नकारात्मक प्रभाव छोड़ जाती है. किसी की सोच, स्वभाव और संपर्क का अगर हम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, तो उसी को नज़र लगना कहते है.

इसलिए इस बुरी नज़र से बचने के लिए फेंगुशई शास्त्र में ईविल आई का इस्तेमाल करना काफी लाभदायक बताया है. इससे पॉजिटिव एनर्जी का संचार बढ़ता है और नेगेटिव एनर्जी कम हो जाती है. हाथ और गले में ईविल आई पहनना काफी शुभ बताया गया है.
घर की एंट्रेन्स-

कहा जाता है सबसे ज्यादा सकारात्मकता घर के मुख्य द्वार से प्रवेश करती है. इसलिए फेंगुशई शास्त्र में सकारात्मकता बनाऐ रखने के लिए घर का मेन गेट पर खास ध्यान रखने की सलाह दी है. इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि घर के मुख्य द्वार के सामने किचन न हों. वरना इससे वास्तु दोष लगता है. अगर ऐसा है तो दोष को कम करने के लिए क्रिस्टल बॉल का प्रयोग किया जा सकता है.
बैंबू-ट्री-

कहा जाता है कि बैंबू-ट्री घर की नेगेटिविटी दूर करने में काफी कारगर साबित हो सकता है. फेंगुशई की माने तो, घर में बैंबू-ट्री लगाने से वातावरण शुद्ध बनता है. साथ ही, इससे आर्थिक लाभ भी होता है.