सनातन धर्म में हफ्ते का हर दिन और साल का हर महीना किसी-न-किसी देवी देवता को समर्पित होता है. यानी की साल के 12 महीनों के खास महत्व है. लेकिन हिंदू पंचांग के अनुसार, 12 माहों में से सबसे खास माह मार्गशीर्ष का माना गया है. ये साल का आखिरी महीना होता है. यानी की अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से दिसंबर और हिंदी में अगहन का महीना. मार्गशीर्ष माह श्रीकृष्ण को अत्यंत प्यारा माना गया है. ऐसे में यदि इस महीने शंख से जुड़े कुछ उपाय कर लिए जाएंगे, तो घर में बरकत ही बरकत होगी. आइए जानते है.
श्रीमद् भागवत गीता में श्रीकृष्ण ने स्वयं कहा है कि “मार्गशीर्षका महीना मैं ही हूँ”. तो अब आप सोच ही सकते है कि ये महीना कितना पावन है, कितना पवित्र है. जिस तरह से श्रीकृष्ण को मोरपंख और बासुरी प्रिय है. ठीक उसी प्रकार उन्हें शंख भी बेहद प्रिय है. शंख बजाने से शारीरिक के साथ-साथ आर्थिक उन्नति मिलती है. ज्योतिष के अनुसार, मार्गशीर्ष माह में शंख उपयोग करने से कई फलों तरह के फल मिलते है.

मार्गशीर्ष माह के समय सुबह भगवान कृष्ण के नटखट स्वरूप यानी बाल गोपाल स्वरूप के सामने शंख बजाना चाहिए. सुबह-शाम शंख बजाने से घर में सकारात्मकता फैलती है. जहां सकारात्मकता होती है, वहां मां लक्ष्मी का वास होता है. जहां माता लक्ष्मी का वास होता है, वहां आर्थिक बरकत होती है.