विश्वकर्मा जयंती क्यों मनाई जाती है?

विश्वकर्मा जयंती क्यों मनाई जाती है?

हिंदू धर्म हर छोटे से लेकर बड़े त्योहारों का काफी महत्व है. यहाँ किसी भी अच्छी चीज की शुरुआत पूजा-पाठ के बिना अधूरी मानी जाती है. हिंदुओं की भगवान और देवी-देवताओं में काफी आस्था और श्रद्धा भाव होती है. उन्हीं कुछ त्योहारों में से एक होती है विश्वकर्मा जयंती. शास्त्रों में भगवान विश्वकर्मा का जन्म भादो मास का बताया गया है.

विश्वकर्मा जयंती क्यों मनाई जाती है?

भगवान विश्वकर्मा को भोलेनाथ का अवतार माना गया है. हर साल 17 सितंबर को ही विश्वकर्मा का जन्मदिवस मनाया जाता है. दुनिया का सबसे पहला इंजीनियर विश्वकर्मा को माना जाता है. इसलिए इनकी जयंती वाले दिन कारोबार में तरक्की और घर में सुख-शांति के लिए विश्वकर्मा की पूजा की जाती है.

कौन थे भगवान विश्वकर्मा?

भगवान विश्वकर्मा को शिल्प, निर्माण और सृजन के देवता के नाम से भी जाना जाता है. क्योंकि ये देवताओं के शिल्पकार थे. ये वास्तु के पुत्र थे, जो विष्णु पुत्र धर्म की सातवीं संतान थे. ये विश्व के सर्वप्रथम इंजीनियर थे. तकनीकि जगत के भगवान विश्वकर्मा का त्योहार हर साल कन्या संक्रांति के दिन मनाया जाता है, जो हर साल 16 या 17 सितम्बर को आती है. विश्वकर्मा पूजा के दौरान औजारों, मशीनों और दुकानों जैसी चीजों को पूजा जाता है.