चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि इस दिन भगवान हनुमान जी का जन्म हुआ था। इसलिए हम इसे हनुमान जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। इस दिन हनुमान जी की पूजा, व्रत कता की जाती है। कहते हैं कि हनुमान जी की पूजा करने से भगवान राम और माता सीता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यही नहीं हनुमान जी का निमित्त व्रत रखा जाता है। हनुमान जी की पूजा करने से जीवन में हो रहे संकटो से का नाश होता है।
इस हनुमान जन्मोत्सव के दिन बजरंगबली को सिंदूर चढ़ाया जाता है। कहा जाता है कि यदि उनको सिंदूर नहीं चढ़ाया गया, तो पूजा अधूरी मानी जाती है। इसलिए पूजा सामग्री में सिंदूर शामिल किया जाता है। कहा जाता है कि इससे आर्थिक समस्या से छुटकारा मिलता है। आइये जानते हैं कि सिंदूर से जुड़े उपायों के बारे में।
सिंदूर के उपाय (Sindoor ke Upay)
1- हनुमान जी की पूजा में सिंदूर शामिल किया जाता है, उनको सिंदूर चढ़ाने का खास महत्व बताया गया है। इससे बजरंगबली भगवान प्रसन्न होते हैं। पूजा के दौरान निम्न मंत्र का जाप करने से जीवन की परेशानियां समाप्त हो जाती है। ‘सिन्दूरं रक्तवर्णं च सिन्दूरतिलकप्रिये। भक्तयां दत्तं मया देव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम।।’
2- वहीं यदि आपके घर मे तमाम झगड़े हो रहे हैं, तो सिंदूर में थोड़ा सा तेल मिल लें। इसके बाद उससे घर में मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएं। शास्त्रों में कहा गया है कि इस उपाय को लगातार चालीस दिन करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है।
3- वहीं बात कार्यालय की हो, तो यदि आपके कार्यों में बाधा आ रही है, ऐसे में हनुमान जी के दाहिने कंधे के सिंदूर का तिलक लगाएं। माना जाता है किए यह उपाय करने से इंसान को बजरंगबली की कृपा प्राप्त होती है और बिगड़े काम बनने लगते हैं।