भारत अनगिनत त्योहारों और तरह-तरह के पर्वों का मेल है. भारत की ये विविधता पूरी दुनिया से अलग है. जो इसे सबसे उम्दा बनाती है. जिस वजह से त्योहारों को भारत की सांस्कृतिक धरोहर माना जाता है. सभी त्योहारों के अपने खास और अलग मायनें है. लेकिन दिवाली यानी की दीप का त्योहार सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. इस त्योहार के खास मौके पर पूरा भारत जगमग हो उठता है. आतिश्बाजियों से भरा घना काला आसमां, गली-गली में पटाखों की गूंज, हर घर में दियों और मोमबत्तियों की चमक…वाकई, दिवाली के दिन का ये नज़ारा हृदय को काफी आनंदमयी कर देने वाला है.

दिप का ये त्योहार अपने से साथ ढ़ेर सारी खुशियाँ और अपनों का प्यार लेकर आता है. इन सबके अलावा ये भी मान्यता है कि दिपावली के अवसर पर घर में धन की देवी मां लक्ष्मी का भी आगमन होता है. जो अपने साथ उस घर में ढ़ेरों सारी खुशहाली और सुख-समृद्धि उस घर में लेकर आती हैं. ऐसे में मां लक्ष्मी के आगमन के लिए घर साफ-सुथरा होना चाहिए. जिससे माँ प्रसन्न होकर आशीर्वाद दें. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं, जिससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर सुख-समृद्धि लेकर अपने शुभ पांव आपके घर में रखेंगी.
इस एक उपाय से घर की सारी नकारात्मकता भी दूर हो जाएगी. ये एक ऐसा उपाय है जिसे करने के लिए आपको कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा. वो सामग्री घर के किचन में ही आसानी से मिल जाएगी. दरअसल, जिस उपाय की हम बात कर रहें है, वो है नमक का उपाय.

अपने घरों की सफाई तो हर कोई करता है. साथ ही घर में प्रतिदिन पोंछा भी लगाया जाता है. लेकिन अगर उस पौंछे में आप फिनाइल की जगह सेंधा नमक का उपयोग करेंगे. तो वास्तु के अनुसार ये आपके घर की सभी नकारात्मकता को दूर करने में सक्षम साबित हो सकता है. अत: वास्तु दोष भी खत्म कर सकता है.
खाने का स्वाद बढ़ाने वाला और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने वाला नमक आपके घर में माता लक्ष्मी के आगमन का कारण भी बन सकता है. इसलिए गुरूवार को छोड़कर हफ्तें के छह दिन सेंधा नमक का पोंछा जरूर लगाना चाहिए. साथ ही इस बात का भी ध्यान जरूर रखें की पोंछा लगाने के बाद वो गंदा पानी घर के बाहर ही फेंके, ताकि पानी के साथ घर की नकारात्मकता घर से बाहर चली जाए.