Parashurama Jayanti 2024: भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं भगवान परशुराम, करना चाहते हैं प्रसन्न तो करें इस स्तुति का पाठ

Parshuram Stuti in Sanskrit

Parshuram Stuti in Sanskrit: हिंदू धर्म में भगवान परशुराम को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। भगवान परशुराम ने एक ब्राह्मण ऋषि के घर में पैदा हुए थे। पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को भगवान परशुराम जयंती मनाई जाती है। इस दिन अक्षय तृतीया का भी पर्व मनाया जाता है। बता दें कि परशुराम जयंती 10 मई को मनाई जाएगी। कहा जाता है कि भगवान परशुराम की पूजा से भक्तों को मनचाहा फल प्राप्त होता है। उनको बल और शक्ति भी मिलती है। यदि आप भी चाहते हैं कि भगवान परशुराम की कृपा आपके ऊपर बनी रहे, तो आप भी इस दिन उनकी पूजा कर सकते हैं और उनकी स्तुति का पाठ कर सकते हैं।

परशुराम स्तुति (Parshuram Stuti Lyrics)

कुलाचला यस्य महीं द्विजेभ्यः प्रयच्छतः सोमदृषत्त्वमापुः।

बभूवुरुत्सर्गजलं समुद्राः स रैणुकेयः श्रियमातनीतु॥

नाशिष्यः किमभूद्भवः किपभवन्नापुत्रिणी रेणुका

नाभूद्विश्वमकार्मुकं किमिति यः प्रीणातु रामत्रपा।

विप्राणां प्रतिमंदिरं मणिगणोन्मिश्राणि दण्डाहतेर्नांब्धीनो

स मया यमोऽर्पि महिषेणाम्भांसि नोद्वाहितः॥

पायाद्वो यमदग्निवंश तिलको वीरव्रतालंकृतो

रामो नाम मुनीश्वरो नृपवधे भास्वत्कुठारायुधः।

येनाशेषहताहिताङरुधिरैः सन्तर्पिताः पूर्वजा

भक्त्या चाश्वमखे समुद्रवसना भूर्हन्तकारीकृता॥

द्वारे कल्पतरुं गृहे सुरगवीं चिन्तामणीनंगदे पीयूषं

सरसीषु विप्रवदने विद्याश्चस्रो दश॥

एव कर्तुमयं तपस्यति भृगोर्वंशावतंसो मुनिः

पायाद्वोऽखिलराजकक्षयकरो भूदेवभूषामणिः॥

॥ इति परशुराम स्तुति ॥

परशुराम जयंती 2024 शुभ मुहूर्त (Parashurama Jayanti 2024 Shubh Muhurat)

तृतीया तिथि का प्रारंभ- 10 मई को सुबह 04 बजकर 17 मिनट पर

तृतीया तिथि समाप्त- 11 मई सुबह 02 बजकर 50 मिनट तक।

परशुराम जयंती का शुभ मुहूर्त- सुबह 07 बजकर 14 मिनट से लेकर 08 बजकर 56 मिनट तक