नवरात्रि की पूजा से पहले करें ये खास काम और दशमी तक माता को लगाएं ये भोग

नवरात्रि की पूजा

शारदीय नवरात्रि का पर्व इस बार बेहद खास है। माता रानी हर घर में विराज चुकी हैं। इस साल नवरात्रि 10 दिनों तक मनाई जाएगी। भक्त पूरे समर्पण के साथ माता के 9 स्वरूपों की पूजा करेंगे। व्रत का समापन दशमी पर कन्या पूजन से होगा। माता की भक्ति में लीन होकर हर कोई आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है।

पूजा शुरू करने से पहले एक जरूरी काम करना माना गया है। नवरात्रि की शुरुआत करने से पहले भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणेश जी का ध्यान किए बिना अधूरी रहती है। इसलिए नवरात्रि पूजा से पहले गणपति बप्पा का स्मरण करें। जल से अभिषेक करें और चंदन व फूल अर्पित करके नमन करें। इससे पूजा संपूर्ण और सफल मानी जाती है।

नवरात्रि के हर दिन माता को अलग भोग चढ़ाना बेहद शुभ माना गया है। प्रतिपदा तिथि को घी अर्पित करें। द्वितीया पर माता को शक्कर का भोग लगाएं। तृतीया पर गाय के दूध का भोग चढ़ाएं। चतुर्थी के दिन मालपुआ अर्पित करना शुभ होता है। पंचमी पर केला चढ़ाना चाहिए।

षष्ठी तिथि पर माता को शहद अर्पित करें। सप्तमी पर गुड़ का भोग लगाने का महत्व है। अष्टमी पर नारियल चढ़ाना बहुत ही फलदायी माना गया है। नवमी पर लावा अर्पित करना चाहिए। दशमी तिथि को तिल का भोग लगाना सबसे शुभ माना जाता है। इन भोगों से माता प्रसन्न होती हैं और भक्तों पर कृपा बरसाती हैं।

नवरात्रि में भक्ति और श्रद्धा से पूजा करने का विशेष महत्व है। प्रत्येक दिन का भोग और नियम भक्त को अलग फल प्रदान करता है। माता की कृपा से घर में सुख और समृद्धि आती है। साथ ही सभी दुख और बाधाएं दूर हो जाती हैं।