जानें कब है मार्गशीर्ष पूर्णिमा? अच्छे फल प्राप्ति के लिए इस दिन अवश्य करें ये कार्य?

जानें कब है मार्गशीर्ष पूर्णिमा? अच्छे फल प्राप्ति के लिए इस दिन अवश्य करें ये कार्य?

हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष माह का काफी अधिक महत्व है. ये माह साल का आखिरी माह होता है, जो भगवान श्रीकृष्ण को बेहद प्रिय है. इस माह में श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है. कुछ ही दिनों में इस माह के समापन के साथ इस साल पर भी विराम लगने वाला है और नई आशाओं और उम्मीदों के साथ एक नए साल की शुरूआत होने जा रही है. इस साल के अंत से पहले आने वाली शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को काफी महत्व दिया गया है. ये दिन तीर्थ स्नान, दान-पुण्य के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है. दान-पुण्य जैसे कार्य करने से इस मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है. आइए जाने इस साल मार्गशीर्ष में पड़ने वाली पूर्णिमा की तिथि और शुभ मुहूर्त.

मार्गशीर्ष पूर्णिमा 2023 की शुरूआत 26 दिसंबर यानी मंगलवार को सुबह 05 बजकर 46 मिनट से होकर 27 दिसंबर को सुबह 06 बजकर 02 मिनट पर समाप्त होगी. 26 दिसंबर की सुबह ब्रहृम मुहूर्त में स्नान करना शुभ माना गया है.

इस पूर्णिमा के दौरान क्या करें?

  • मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर किसी पावन नदी में स्नान करना चाहिए. इससे मनुष्य के पाप नष्ट होते हैं.
  • इस दिन श्रीहरि विष्णु के मंत्रों का जाप करना शुभ होता है. ऐसा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं.
  • इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और मनुष्य के सभी कष्ट हर लेते हैं.
  • भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की इस पूजा करना अति फलदायी माना जाता है.
  • पूर्णिमा के पावन दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद दान करना काफी लाभदायक होता है. ऐसा करने से आपको दोगुना फल प्राप्त हो सकता है.
  • इस दिन श्रीहरि की कथा भी सुननी चाहिए और उनका भजन करना चाहिए. ऐसा करने से मनुष्य के दुख-संताप खत्म होते हैं.
  • इस दिन सत्यनारायण भगवान की कथा अवश्य करनी चाहिए. इसके अलावा आप विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ भी कर सकते हैं.