Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य एक प्रमुख भारतीय विचारक, राजनीतिक दार्शनिक थे, जिन्होंने अर्थशास्त्र में कई बातें लिखी हैं। उन्होंने चाणक्य नीति (Chanakya Niti) के माध्यम से समाज के विकास और समृद्धि के लिए कई महत्वपूर्ण बातें बताई।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, मनुष्य का जीवन किसी खास उद्देश्य के साथ मिलता है। इसलिए हमें इस जीवन को किसी खास उद्देश्य के साथ बिताना चाहिए। जिस मनुष्य के जीवन में कोई उद्देश्य होता है, वह अपने जीवन में कई अच्छे कार्यों को कर पाता है। उनके काम और योगदान से समाज और देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता है।
धर्म का पालन करना
आचार्य चाणक्य का मानना था कि धर्म के अधीन रहने वाला व्यक्ति आंतरिक शांति, सुख और सफलता को प्राप्त करता है। धर्म आत्मा की शुद्धि के साथ समाज में शांति और सद्गुण लाने का काम करता है। धर्म के अधीन रहने वाला व्यक्ति कभी भी किसी बुरे काम को नहीं करता है। वह अपने धर्म का पालन करते हुए सही जीवन जीता है।
एक लक्ष्य होना
आचार्य चाणक्य के अनुसार, प्रत्येक मनुष्य का जीवन में एक उद्देश्य होना चाहिए। उत्साह और जिम्मेदारी के साथ काम करने से ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। चाणक्य नीति के अनुसार, व्यक्ति को कार्य हमेशा सजीवता से पूरा करना चाहिए। लक्ष्य के बिना जीवन एक पशु के समान होता है।
धन का महत्व समझना
आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को धन कमाने के लिए अपना लक्ष्य तय करना चाहिए। धन कमाने के साथ उसे सही तरीके से बचाना भी बहुत ही जरूरी होता है। धन का संचय करने से आने वाले दिन अच्छे से गुजरते हैं। धन की वृद्धि के लिए निवेश भी किया जा सकता है।
मोक्ष प्राप्ति के लिए कार्य करना
हिंदू धर्म में मोक्ष का मतलब है मुक्ति। मुक्ति यानी जन्म और मृत्यु के चक्र से छुटकारा प्राप्त करना। ऐसी मान्यता है कि केवल अच्छे कर्मों से मोक्ष मिलना संभव है। नैतिक और धार्मिक आचरण से अच्छे कर्म का फल प्राप्त किया जा सकता है। इससे आत्मा का शुद्धिकरण होता है।