देशभर में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जहां-जहां भी हिंदू रहते हैं नवरात्रि का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। हर साल हम सभी को नवरात्रि का इंतजार रहता है। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार नवरात्रि बेहद शुभ होने वाला है। कहा जा रहा है कि इस नवरात्र के पहले दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। मान्यताओं के अनुसार भक्त इस नवरात्रि में मां के नौ अवतारों की पूजा सच्ची श्रद्धा से करेंगे, तो उनकी मनोकामना जरूर पूरी होगी। आइये इस नवरात्रि से जुड़ी कुछ खास बातों पर नजर डालते हैं।
अश्व पर होगा मां का आगमन, तो गज से होगी वापसी
ज्योतिषियों की मानें तो इस चैत्र नवरात्रि में माता रानी अश्व पर सवार होकर आ रही हैं। इसी के साथ-साथ ये भी बता दें कि उनका प्रस्थान गज लक्ष्मी रूप में होगा। कहा जा रहा है कि अश्व पर आने का मतलब शुभ नहीं होता है। कहा जा रहा है कि इससे सत्ता में बदलाव होने की संभावनाएं हैं। क्योंकि कहा जा रहा है कि अश्व पर आने को शुभ नहीं माना जाता है। हालांकि गज पर प्रस्थान शुभ माना जा रहा है, जो कि सुख समृद्धि देकर जाएगा।
शुभ संयोग
बता दें कि इस बार चैत्र नवरात्र में सर्वार्थ व अमृत सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है, ज्योतिषियों के अनुसार ये योग बेहद अच्छा माना जाता है। कहा जाता है कि इस दौरान किया गया कोई भी कार्य सिद्ध जरूर होता है। कहा जाता है कि इस योग में की गई खरीदारी भी शुभ मानी जाती है।
जानकारी के लिए बता दें कि यदि आप अखंड ज्योत या कलश स्थापना करते हैं, तो इसके लिए पूजा का शुभ समय का खास ध्यान रखें। बता दें कि समय के साथ-साथ जगत जननी आदिशक्ति की पूजा विधि अनुसार व शुभ समय में ही करें।
चैत्र नवरात्रि का शुभ मुहूर्त
बता दें कि इस नवरात्र के पहले दिन अमृत काल की शुरुआत 9 अप्रैल रात्रि 10 बजकर 38 मिनट से 12 बजकर 04 मिनट पर होगी। वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 07 बजकर 32 मिनट से अगले दिन 10 अप्रैल सुबह 05 बजकर 06 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही अमृत सिद्धि योग सुबह 07 बजकर 32 मिनट से अगले दिन 10 अप्रैल सुबह 05 बजकर 06 मिनट तक रहेगा।