ये चीजे खत्म कर सकती है शनि का प्रकोप, आज ही रखें घर में.

ये चीजे खत्म कर सकती है शनि का प्रकोप, आज ही रखें घर में.

शास्त्रों में शनि देव को कर्मफल दाता कहा जाता है. इन्हें न्याय के देवता का दर्जा दिया गया. जिनके पिता सूर्य और माता छाया है. शनि, भक्तों को उनके कर्मों के अनुसार ही उचित फल और दंड देते हैं. हिंदू धर्म ग्रंथों में शनि देव को क्रूर देवता माना गया है. इसलिए जिस व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्थिति कमज़ोर होती है. उसे कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन वहीं, यदि जो भक्त सच्चे मन से शनिदेव की पूजा-अर्चना करता है. तो उसे शनि देव समस्त भौतिक सुख और अपार सफलता प्रदान करते हैं. ऐसे में यदि शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय कर लिए जाए, तो वो शुभ फल प्रदान करता है. आइए विस्तार से जानते हैं, किन चीज़ों को घर में रखने से शनिदेव की कृपा बनी रहती है.

ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्यायाधीश के रूप में देखा गया है. यानी व्यक्ति जैसा कर्म करता है, उसे वैसा ही फल प्राप्त होता है. जो व्यक्ति नियम के अनुरूप जीवन नहीं व्यतीत करता उसके लिए शनि की दृष्टि काफी भारी साबित होती है. जिससे मनुष्य को जीवन में कष्टों का सामना करना पड़ता है और शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या जैसे बड़े दोष झेलने पड़ते हैं, यह लंबी अवधि के दोष माने जाते हैं. अगर आप चाहते है कि आपको शनिदेव के दोषों का सामना न करना पड़े और उनसे मिलने वाली पीड़ा से छुटकारा मिल सकें, तो शनिवार के दिन कुछ ऐसी चीजें है जिन्हें घर में रखकर पूजा करने से कर्मफलदाता का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

शनि यंत्र- ज्योतिषियों के मुताबिक, शनिदेव की कृपा पाने के लिए घर में शनि यंत्र अवश्य रखकर नित्यप्रतिदिन उसकी पूजा-पाठ करनी चाहिए. इससे शनिदेव प्रसन्न हो, सुख-सौभाग्य बरसाते हैं.

शनि चालीसा- जिस प्रकार अन्य देवी-देवताओं से जुड़ी उनकी पूजा-पाठ और चालीसा के लिए पुस्तकें घर में रखी जाती है. ठीक उसी प्रकार शनि चालिसा की एक पुस्तक भी घर में अवश्य होनी चाहिए.

ये चीजे खत्म कर सकती है शनि का प्रकोप, आज ही रखें घर में.

नीलम रत्न- ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनिदेव का सबसे प्रिय रत्न नीलम होता है. इस रत्न को शुभ फल प्रदान करने वाला भी माना जाता है. अगर मनुष्य इस रत्न को अपने घर में रख इसकी पूजा-पाठ करता है, तो इससे शनि की स्थिति गृह कुंडली में मजबूत हो सकती है. साथ ही नीलम रत्न वाले व्यक्ति को आर्थिक तंगी का भी सामना नहीं करना पड़ता.

हनुमान जी- पौराणिक मान्यता के अनुसार, शनिवार का दिन हनुमान का भी होता है. क्योंकि हनुमान ने लंकापति रावण से त्रेतायुग में शनिदेव की प्राण बचाई थी. इसलिए जो साधक हनुमान जी की प्रतिमा की पूजा करता है, उसके भी सभी कष्ट नष्ट हो जाते हैं. साथ ही अपने दिए हुए वचन के अनुसरार, जो व्यक्ति सच्ची श्रद्धा से हनुमान का नाम लेंगे, तो उसपर शनिदेव अपनी क्रूर दृष्टि नहीं डालेंगे.

शिव प्रतिमा- धार्मिक मान्यतानुसार, शनिदेव भगवान शिव के परम भक्त माने जाते हैं. जिसके चलते जिस भी जगह भोलेनाथ की पूजा होती है वहां शनिदेव अपने गुरु का आदर सत्कार देख प्रसन्न होकर भक्त को आशीर्वाद ज़रूर देते हैं. साथ ही उस मनुष्य के जीवन के सारे कष्ट भी मिटा देते हैं.

शमी का पेड़- हिंदू शास्त्र में शमी के पेड़ को अत्यंत विशेष माना गया है. इसमें साक्षात शनिदेव का वास माना जाता है. मान्यता है कि जिस घर में शमी के पेड़ की पूजा होती है, वहां शनिदेव अपनी कृपा अवश्य बनाए रखते हैं.