आचार्य चाणक्य एक महान और ज्ञानी राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ, और रणनीतिकार थे.
इन्होंने मनुष्य के जीवन को सफल बनाने के पहलुओं पर नीतियां भी लिखीं. जिन्हें चाणक्य नीति कहा जाता है.
उन नीतियों में चाणक्य ने व्यक्ति को किन परिस्थितियों में बहादुरी नहीं दिखानी चाहिए, उसका ज़िक्र किया है.
जिसमें उन्होंने कहा है कि कुछ ऐसे हालात होते हैं, जिसमें किसी भी इंसान को तुरंत वो जगह छोड़ देनी चाहिए. नहीं तो उसके दुष्परिणाम झेलने पड़ सकते हैं.
1. जहां लोग या गुट आपस में लड़ाई-झगड़ा या हिंसा कर रहें हो, वहां से तुरंत हट जाना चाहिए और उनके बीच में नहीं आना चाहिए.
ऐसी जगह हिम्मत दिखाना मूर्खता का काम है. क्योंकि इससे आपको भी नुकसान पहुँच सकता है.
2. इसी तरह यदि आपके इलाके में खाने-पीने के संसाधनों में मेंहगाई आसमान छुए, तो आप वे जगह तुरंत छोड़ दे.
3. इसके अतिरिक्त यदि आपके इलाके में किसी शत्रु ने अचानक हमला कर दिया, तो बहादुरी दिखाने की जगह आप वे जगह छोड़ दें.
क्योंकि तत्काल स्थिति में सामना करना काफी मुश्किल हो जाता है और इससे आपकी जान भी जोखिम में पड़ सकती है.