खरमास के दौरान तुलसी पूजन माना जाता है शुभ, परंतु इसके पूजन नियम पर भी दें ध्यान!

खरमास के दौरान तुलसी पूजन माना जाता है शुभ, परंतु इसके पूजन नियम पर भी दें ध्यान!

देवउठनी एकादशी से ठीक चार महीनों के बाद मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं. लेकिन खरमास के दौरान सूर्य के धनु राशि में गोचर के चलते सभी मांगलिक कार्यों पर एक बार फिर से मकर संक्रांति तक के लिए रोक लग जाती है. एक महीने के इस अंतराल में शादी-ब्याह, ग्रह-प्रवेश, मुंडन जैसे सभी तरह के शुभ कार्य वर्जित होते हैं. परंतु इस दौरान तुलसी पूजन के कई लाभ होते हैं. इससे मनुष्य के घर में बरकत होती चली जाती है. आइए जानते हैं खरमास के दौरान कौनसे उपाय बना सकते हैं धनवान.

तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र पौधा माना गया है. हर हिंदू लोगों के घर में तुलसी पौधा अवश्य लगा होता है. साथ ही, इसकी नियमित रूप से सुबह-शाम पूजा की जाती है. तुलसी पूजन से सकारात्मकता का संचार होता है. जिससे घर में सुख-समृद्धि भी बढ़ती है. तुलसी भगवान विष्णु की अति प्रिय होती है. इसकी पूजन के भी कई नियम है.

खरमास के दौरान तुलसी पूजन माना जाता है शुभ, परंतु इसके पूजन नियम पर भी दें ध्यान!

अगर बात करें खरमास की तो, बेशक उसमें मांगलिक कार्य अशुभ माने जाते हैं, लेकिन इस दौरान तुलसी पूजन करना सबसे शुभ माना जाता है. दरअसल, खरमास के दौरान सूर्य धनु राशि में गोचर करता है. जिसके चलते ग्रहों की शांति के लिए धार्मिक पूजा जरूरी हो जाती है और तुलसी से पावन कुछ नहीं है. इसलिए इस दौरान तुलसी पूजन काफी शुभ माना गया है.

शास्त्रों में माना गया है कि तुलसी की पूजा से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. इससे ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम हो सकते हैं. इस महीने में तुलसी पूजा के साथ इस बात का भी ध्यान रखना काफी जरूरी है कि इस दौरान तुलसी को स्पर्श न करें, और न ही उसके पत्तों को तोड़ें.