भारत में काफी लोग अंधविश्वास को बढ़ावा देते हैं. लोग कई तरह की चीजें बोलते हैं, लेकिन उन्हें उसका अर्थ नहीं पता होता कि ऐसा क्यों हैं.

उन कुछ अंधविश्वासों में से एक बिल्ली का रास्ता कांटने का अंधविश्वास है.

इसलिए उसे रूक जाना चाहिए और पीछे से आने वाले व्यक्ति को पहले जाने देना चाहिए ताकि वो अशुभता मिट जाए.

मगर किसी को ये नहीं मालूम होगा की ऐसा क्यों माना जाता है. आइए बताते हैं.

मान्यता है कि प्रकृति और जीव-जंतुओं के माध्यम से हमें भविष्य में होने वाली होनी-अनहोनी का संकेत देते हैं.

शास्त्रों में बिल्ली को राहुदेव की सवारी माना गया है. राहु देव लोगों के जीवन में होने वाले उथल-पुथल का कारक होते हैं.

ऐसे में यदि उनका वाहन किसी मनुष्य का रास्ता कांट जाए, तो ये उसके लिए नकारात्मक संकेत हो सकता है.