हिंदू धर्म में बढ़े-बुज़ुर्गों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेने का अधिक महत्व है.

गुरूजनों, माता-पिता और बड़े-बुजुर्गों के चरण स्पर्श करना मनुष्य के अच्छे संस्कारों में आता है.

लेकिन शास्त्रों में चरण स्पर्श करने के भी नियम बताए गए हैं. जिसके अनुसार कुछ लोगों के पैर छूना वर्जित माना गया है.

कभी सोते या लेटे व्यक्ति के पैर नहीं छूने चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से उस व्यक्ति की उम्र कम हो जाती है.

क्योंकि बेटियों को लक्ष्मी का रूप माना जाता है. इसलिए उनसे कभी चरण स्पर्श नहीं कराने चाहिए.

इसके अलावा भांजा-भांजी को भी अपने मामा-मामी के पैर नहीं छूने चाहिए.

पति को अपनी पत्नी के पांव स्पर्श नहीं करने चाहिए. सही से बंद करना चाहिए.