हिंदू धर्म में हर चीज की अपनी अलग मान्यता. हर चीज के पीछे कोई न कोई तथ्य तो छुपा ही है. ऐसी एक मान्यता है माथे पर तिलक लगाने की. हिंदू शास्त्रों में माथे पर तिलक लगाने को काफी महत्व दिया गया है. सदियों से ये मान्यता चलती आ रही है और आज भी बरकरार है. सबसे ज्यादा महत्वता चंदन के तिलक को दी गई है. इसे सनातन में शुभ माना गया है. माना जाता है कि माथे पर तिलक लगाने से सकारात्मकता का प्रभाव बढ़ता है. साथ ही मनुष्य की कुंडली में मौजूद उग्र ग्रह शांत होता है.

इस दिन लगाएं ये तिलक
कहा जाता है कि माथे पर तिलक लगाने से मनुष्य के ग्रहों की स्थिति में सुधार आता है. माना जाता है तिलक लगाने के लिए सप्ताह के दिनों की महत्वपूर्ण भूमिका है. सोमवार के दिन सफेद चंदन का तिलक माथे पर लगाने से मनुष्य के मन को शांति प्राप्त होती है, मंगलवार को चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर माथे पर लगाना शुभ माना गया है. वहीं बुधवार को सूखा सिंदूर और वीरवार को पीला चंदन या हल्दी का तिलक लगाने से भगवान की कृपा और सुख-समृद्धि बढ़ती है. शुक्रवार को लाल चंदन या फिर कुमकुम का तिलक लगाना शुभ होता है. शनिवार के दिन भस्म का तिलक लगाने से चारों ओर खुशहाली बढ़ती है. इसके अलावा सप्ताह का आखिरी दिन यानी रविवार को मान-सम्मान और धन-संपत्ति में बढ़ोतरी के लिए लाल चंदन का तिलक लगाना चाहिए.
हमारा हिंदू धर्म धार्मिक मान्यताओं के साथ विज्ञान को भी लेकर चलता है. विज्ञान की दृष्टि से जो चीज अच्छी होती है. उसे हिंदू धर्म ने अपनाकर मान्यताओं का रूप दे दिया. इसी प्रकार माथे पर तिलक लगाना वैज्ञानिक दृष्टि से भी काफी अच्छा माना गया है. वैज्ञानिक तौर पर तिलक लगाने से मस्तिष्क शांत रहता है. साथ ही, इसे लगाने से व्यक्ति को अपने काम ध्यान लगाने में आसानी होती है.