साल 2023 के शारदीय नवरात्रि की शुरूआत 15 अक्टूबर से होने जा रही है. माता के भक्त नवरात्रि के नौ दिन इस त्योहार को मनाने के लिए बेसब्री से इंतज़ार करते हैं.

इस पर्व के नौ दिनों में मातारानी के नौ अलग-अलग स्वरूपों को पूजा जाता है. माता के ये रुप सशक्त नारी शक्ति का प्रतीक होते हैं.

नवरात्रि के शुरू होने के महीनों पहले से ही हर घर में सफाई होने लगती है. लेकिन क्या आप जानते है कि नवरात्रि के समय इस तरह की चीज़ें रखने से घर में दरिद्रता आती है?

घर में कभी बंद घड़ी नहीं रखनी चाहिए. नवरात्रि जैसे पावन दिनों में तो बिल्कुल भी नहीं. बंद घड़ी मनुष्य के खराब और रूके हुए समय का प्रतीक है.

बंद घड़ी-

इसलिए इसे जल्द से जल्द घर से निकाल दीजिए. वरना हो सके तो उसे ठीक करा लें.

भगवान की खंडित प्रतिमा को कभी भी घर में या मंदिर में सजा कर नहीं रखना चाहिए. ऐसा करना अशुभ होता है. ये घर में कलेश की वजह भी बनती है.

खंडित मूर्तियां-

घर में तुलसी का पौधा रखना बेहद शुभ होता है. लेकिन कभी भी सूखी हुई तुलसी का पौधा घर में नहीं रखना चाहिए. इससे भगवान विष्णु क्रोधित होते है.

सूखी तुलसी-

इसलिए घर में हरा-भरा तुलसी पौधा ही लगाएं और सूखा पौधा हटा दें. जिससे घर की सुख-समृद्धि बरकरार रहें.

घर को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए. खासतौर से नवरात्रि के दिनों में. कहा जाता है इन दिनों में माता दूर्गा का घर में आगमन होता है.

साफ-सफाई-

घर में गंदगी के कारण मातारानी घर में प्रवेश नहीं करती. साथ ही वे नाराज़ हो जाती है. इसलिए घर को साफ-सुथरा रखें.

घर में कभी भी खराब चप्पल-जूते नहीं रखने चाहिए. इससे घर में नकारात्मकता और दरिद्रता फैलती है.

खराब चप्पल-जूते-