हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, सभी महिलाओं के लिए करवाचौथ का दिन काफी महत्वपूर्ण होता है. हिंदू पंचांग की माने तो करवाचौथ हर साल कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि के दिन मनाया जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने-अपने पतियों की लंबी उम्र की कामना मांगते हुए उनके लिए निर्जला व्रत रखती हैं. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष रूप से पूजा की जाती है. महिलाएं शाम को चांद को देखकर उन्हें अर्घ्य देने के बाद अपने पति का चेहरा देखकर ही अपना व्रत खोलती हैं. वहीं, ज्योतिष शास्त्र में करवाचौथ के खास दिन पौधे लगाने का विशेष महत्व बताया गया है. जिन्हें लगाने से वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है.

रजनीगंधा पौधा-
धार्मिक मान्यता के अनुसार, माता पार्वती को सफेद रंग का रजनीगंधा का फूल काफी प्रिय है. करवाचौथ के दिन माता पार्वती को भी पूजा जाता है. इसलिए इस पौधे को इस दिन घर में लगाने से दाम्पत्य जीवन में सुख-शांति आती है. साथ ही सभी प्रकार के कलेश दूर होते है. इसके अतिरिक्त रजनीगंधा के फूल की सुगंध घर का पूरा वातावरण महका देती है. इसके घर में सकारात्मकता का संचार होता है.
करवाचौथ के दिन रजनीगंधा का पौधा उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में लगाना चाहिए. ईशान कोण की दिशा को वास्तु शास्त्र में काफी शुभ माना गया है. इस दिशा में पौधे लगाने से वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहती हैं.
इसके अलावा अगर किसी की कुंडली में वास्तु दोष है तो उसे भी ये पौधा जरूर लगाना चाहिए. कहा जाता है कि इस पौधे को घर में लगाने से सभी तरह की परेशानियों के साथ मनुष्य की कुंडली का वास्तु दोष खत्म होता है.