हिंदू धर्म में सर्वप्रथम पूजनीय श्रीगणेश की गणेश चतुर्थी निकट है. ऐसे में उन्हें दूर्वा चढ़ाना शुभ माना जाता है.

गणेश पूजा बिना गणेश जी को दूर्वा चढ़ाए अधूरी मानी जाती है.

चलिए आज आपको बताते है कि आखिर क्यों भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाने का इतना महत्व है.

दरअसल, इसके पीछे एक पौराणिक कथा है. जो अनलासुर नामक राक्षस से जुड़ी है.

अनलासुर नाम के राक्षस ने सभी साधारण मनुष्यों को परेशान कर रखा था. वे सभी ऋषि-मुनियों को ज़िंदा निगल जाता था.

समस्त मानव जाति की रक्षा के लिए श्रीगणेश अनलासुर को निगल गए. जिसके बाद उनके पेट में जलन होने लगी.

इस जलन के लिए ऋषि कश्यप के सुझाव से श्री गणेश ने दुर्वा ग्रहण करी. जिसके बाद उनके पेट की जलन शांत हुई.

जब से गणेश को कोमल सी दुर्वा चढ़ाई जाने लगी. दुर्वा को जल में भिगोकर ही गणेश जी को अर्पित करनी चाहिए.