भारत कई ऐतिहासिक मंदिरों का केंद्र है. सब मंदिरों की अपनी अलग विशेषता और अनोखी मान्यताएँ हैं. इनमें से एक मंदिर है भगवान झूलेलाल के नाम से. जो मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में स्थित है.

कहा जाता है कि यहाँ पर सभी भक्त भगवान को बिस्किट, चॉकलेट, रोटी जैसे प्रसाद का भोग लगाते हैं. यहाँ जिस भी प्रसाद से भगवान को भोग लगाया जाता है, बाद में उसे भक्तों में बाँट दिया जाता है. जैसे हर मंदिर में भगवान की सुभोशाम आरती का विधान है, ठीक उसी तरह यहाँ भी झूलेलाल भगवान की सुबह और शाम दोनों समय आरती और वंदना होती है.
चढ़ाया जाता है रोटी-चटनी जैसा अनोखा प्रसाद
जहाँ भगवान को चुनरी, मिठाई, जैसी चीजें प्रसाद में चढ़ाई जाती है. वहीं इस मंदिर के अंदर भगवान झूलेलाल को बिस्किट, चॉकलेट, चटनी और रोटी जैसे अनोखे प्रसाद चढ़ाएं जाते हैं. जिसे बाद में लोगों के बीच बाँट दिया जाता है.

12 अलग-अलग खाद्य सामग्रियों का भोग
भगवान झूलेलाल को तरह-तरह के खाद्य पदार्थ का भोग लगाया जाता है. जिसमें करीब बारह अलग-अलग खाने की चीजें हैं. जैसे- बिस्कुट, चॉकलेट, चटनी, रोटी, पॉपकोर्न जैसी और कई चीजें. इतना ही नहीं, आपको ये जानकर हैरानी होगी कि भगवान झूलेलाल को डोरेमोन और छोटा भीम कार्टून जैसे खिलौने भी चढ़ाएं जाते हैं.
मंदिर के लोगों का कहना है कि इस मंदिर को वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करने के लिए इसमें 21 किलो के बेहराणा साहब बनाए गए है. जिन्हें करीब 15 कलाकारों और कारीगरों ने मिलकर बनाया था.