सोना और जागना इंसान के जीवन की अहम प्रक्रिया है। आजकल लोग अपने काम में इतने व्यस्त हैं कि खुद के लिए समय नहीं निकाल पाते। हर इंसान को कम से कम आठ घंटे की नींद लेनी चाहिए, लेकिन यह भी नहीं हो पाता। कई बार लोग आधी रात को जाग जाते हैं। क्या आप भी रात को अचानक जागते हैं? ऐसा होना सामान्य नहीं है, लेकिन लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। इससे शारीरिक तनाव बढ़ सकता है। धार्मिक ग्रंथों में भी कहा गया है कि बेवक्त जागना अच्छा संकेत नहीं है। आइए जानते हैं रात को बेवक्त जागने के कारण।
दिनभर की थकान के बाद सबको आराम से सोने की इच्छा होती है। लेकिन कई लोगों को हर रात एक ही समय पर नींद टूटती है। कभी-कभी यह मानसिक तनाव के कारण हो सकता है, लेकिन यदि ऐसा बार-बार हो रहा है, तो यह गंभीर समस्या हो सकती है। यह संकेत हो सकता है कि आत्माएँ आपसे संपर्क करना चाहती हैं। अलग-अलग समय पर नींद खुलने का अलग-अलग अर्थ होता है। तो आइए जानते हैं रात में किस समय नींद खुलना क्या संकेत देता है।
रात में 9:00 से 11:00 बजे नींद टूटने का कारण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आपकी आँख रात 9:00 से 11:00 बजे के बीच खुलती है, तो इसका मतलब है कि आपको किसी बात का मानसिक तनाव हो सकता है। ऐसे में सोने से पहले अपने चेहरे को ठंडे पानी से धोकर कुछ सकारात्मक मंत्रों का जाप करें। इससे आपको तनाव से राहत मिलेगी और अच्छी नींद आएगी।
11:00 से 1:00 बजे के बीच नींद खुलने का कारण
अगर आपकी आँख रात 11:00 से 1:00 बजे के बीच खुलती है, तो यह संकेत है कि आपका मन उलझा हुआ है। ऐसे समय नकारात्मक विचारों से दूर रहना बेहतर है और अपने मन में सकारात्मक सोच लाने की कोशिश करें। इसके लिए अच्छी किताबें पढ़ें या अपने पसंदीदा गाने सुनें।

12:00 से 2:00 बजे के बीच नींद खुलना
ज्योतिष के अनुसार, इस समय नींद टूटने का कारण यह हो सकता है कि कोई अनजानी ताकत आपसे संपर्क करना चाहती है। यह शक्ति आपको अपने जीवन की ओर जागरूक करना चाहती है, लेकिन यह हानिकारक भी हो सकती है।
100 से 300 बजे के बीच नींद खुलने का कारण
यदि आपकी नींद 1:00 से 2:00 बजे के बीच खुलती है, तो यह गुस्से का संकेत है। इससे बचने के लिए अपने हाथ-पैर ठंडे पानी से धोकर सोएं। अगर आपकी आँख 3:00 बजे के करीब खुलती है, तो इसका अर्थ है कि ब्रह्मांड की कोई दिव्य शक्ति आपको जगाना चाहती है। इससे बचने के लिए अपने ईष्ट की पूजा करें।