सुबह की पूजा में गलती से ना करें ये 5 काम, मिल सकता है अशुभ परिणाम

सुबह की पूजा

सुबह की पूजा को हमारे शास्त्रों में दिन की सबसे शुभ शुरुआत माना गया है। लोग चाहते हैं कि दिन भर उनके घर में सुख और शांति बनी रहे। लेकिन पूजा करते समय अनजाने में कुछ गलतियां हो जाती हैं। इन छोटी-छोटी गलतियों का असर पूरे घर के माहौल पर पड़ सकता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और पूजा का फल कम हो जाता है।


किन गलतियों से बचना चाहिए

पहली बात है वस्त्रों की। कई लोग बिना ध्यान दिए भगवान को पुराने या मैले कपड़े चढ़ा देते हैं। यह सही नहीं है। हमेशा साफ और अच्छे वस्त्र ही चढ़ाने चाहिए। इससे पूजा का प्रभाव बढ़ता है और घर में सकारात्मकता आती है।

दूसरी गलती दीपक से जुड़ी है। दीपक को कभी भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए। पूजा में इसे थाली या चौकी पर रखकर जलाना शुभ माना गया है। दीपक में घी या तिल का तेल डालें और इसे पूर्व दिशा की ओर रखें।

तीसरी गलती चावल से जुड़ी है। पूजा में हमेशा साबुत और शुद्ध चावल ही उपयोग करें। टूटे चावल चढ़ाने से पूजा अधूरी मानी जाती है। ‘अक्षत’ का अर्थ ही है अटूट। इसलिए पूजा से पहले चावल को गंगाजल से शुद्ध करना जरूरी है।

चौथी गलती फूलों की होती है। कई बार लोग मुरझाए या बासी फूल भगवान को चढ़ा देते हैं। यह शुभ नहीं माना जाता। पूजा में हमेशा ताजे और सुगंधित फूल जैसे गुलाब, कमल या चमेली चढ़ाएं। इन्हें सुबह तोड़कर गंगाजल से धोना चाहिए।

पांचवी गलती दीपक जलाने के तरीके की है। एक दीपक से दूसरा दीपक जलाना ठीक नहीं माना जाता। हमेशा अलग स्रोत जैसे माचिस या दीये से ही नया दीपक जलाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।


पूजा का असली फल कैसे मिलेगा

पूजा का असर तभी दिखेगा जब स्थान साफ और व्यवस्थित हो। अगर पूजा स्थल पर गंदगी या बिखरे हुए फूल रहेंगे तो यह नकारात्मकता लाएगा। रोज गंगाजल छिड़कें और जगह को पवित्र रखें। साफ-सफाई के साथ की गई पूजा से घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।